संदेश

स्कूलों में लाल स्याही प्रयोग पर कड़ा निर्देश, केवल नीली/काली स्याही मान्य

चित्र
मेरठ: स्कूलों में लाल स्याही पर रोक, केवल नीली/काली स्याही मान्य मेरठ: स्कूलों में लाल स्याही पर रोक, केवल नीली/काली स्याही मान्य मेरठ। संयुक्त शिक्षा निदेशक (प्रथम मण्डल) ने आदेश जारी कर स्पष्ट किया है कि जनपद के सभी विद्यालयों में शिक्षक और प्रधानाचार्य मूल्यांकन कार्य को छोड़कर लाल स्याही का उपयोग नहीं करेंगे। सामान्य कार्यों के लिए केवल नीली या काली स्याही वाले पेन मान्य हैं। शिकायत के आधार पर कार्रवाई ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायत संख्या 40014025041463 के आधार पर जांच कराई गई। रिपोर्ट में कुछ विद्यालयों में लाल स्याही के उपयोग की पुष्टि हुई, जिसके बाद यह निर्देश जारी किया गया। आदेश के मुख्य बिंदु कॉपी जांच जैसे मूल्यांकन कार्य को छोड़कर लाल स्याही का उपयोग प्रतिबंधित। शिक्षक/प्रधानाचार्य रोज़मर्रा के सभी दस्तावेज़ों में सिर्फ नीली या काली स्याही का प्रयोग करें। निर्देशों का उल्लंघन होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई संभव। सभी विद्यालयों को अनुपालन के निर्देश माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों/प्रधानाध्यापकों को आद...

चंदौली में 4 अक्टूबर को सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद रहेंगे

चित्र
चंदौली में 4 अक्टूबर को सभी विद्यालय बंद रहेंगे चंदौली में 4 अक्टूबर को सभी विद्यालय बंद रहेंगे चंदौली। जिला अधिकारी द्वारा जारी आदेश के आधार पर लगातार हो रही वर्षा और जलभराव की स्थिति को देखते हुए जनपद के सभी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को एक दिन के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, चंदौली ने बताया कि वर्षा व अतिवृष्टि की संभावना को ध्यान में रखते हुए 04 अक्टूबर 2025 (शनिवार) को सभी परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त एवं निजी विद्यालय कक्षा 1 से 8 तक के लिए बंद रहेंगे। आदेश का पालन अनिवार्य बीएसए चंदौली ने कहा कि विद्यालयों के प्रधानाचार्य/प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया जाता है कि वे इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। जानकारी का प्रसार इस आदेश की प्रति सभी संबंधित अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों तथा मीडिया प्रतिनिधियों को प्रेषित कर दी गई है। साथ ही समाचार पत्रों से इसे जनहित में प्रकाशित करने का अनुरोध किया गया है। 👉 इसका सीधा असर जिले के लाखों बच्चों की पढ़ाई पर पड़ेगा, लेकिन सुरक्ष...

यूपी मौसम अलर्ट : इन जनपदों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी जारी

चित्र
यूपी मौसम अलर्ट : भारी बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी यूपी मौसम अलर्ट : भारी बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी जारी लखनऊ। मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ ने आगामी 24 घंटों के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा तथा तेज़ हवाओं की चेतावनी जारी की है। बुलेटिन के अनुसार अलर्ट अवधि 03 अक्टूबर 0830 IST से 04 अक्टूबर 0830 IST तक है। कहां-कहां अलर्ट है? विभाग ने विशेष तौर पर चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर और अयोध्या जिलों के लिए चेतावनी दी है। इन क्षेत्रों में हवाओं की गति 40–50 किमी/घंटा तक पहुँचने की संभावना जताई गई है। मेघगर्जन और बिजली गिरने की संभावना कुछ जिलों में मेघगर्जन (थंडरस्टॉर्म) और वज्रपात की भी आशंका है। ऐसी स्थिति में विभाग ने लोगों से खुले स्थानों पर न रहने और सुरक्षित स्थान पर शरण लेने की सलाह दी है। भारी वर्षा सूचीबद्ध जिले मौसम निदेशालय के निर्देशानुसार बलिया, मऊ, देवरिया, आज़मगढ़, गोरखपुर, गोंडा, बस्ती, महाराजगंज, बाराबंकी, सुल्ता...

सुप्रीम कोर्ट में टीईटी अनिवार्यता पर विवाद, तमिलनाडु सरकार ने दी चुनौती

चित्र
  देशभर के लाखों शिक्षकों के लिए राहत और चिंता दोनों साथ लेकर आया है सुप्रीम कोर्ट का हालिया फैसला। अदालत ने आदेश दिया है कि जिन शिक्षकों की सेवा अवधि पाँच वर्ष से अधिक हो चुकी है, उन्हें दो साल के भीतर शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पास करना अनिवार्य होगा। इसी आदेश को चुनौती देते हुए तमिलनाडु सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुँची है। शिक्षा व्यवस्था पर संभावित असर राज्य सरकार का कहना है कि वर्तमान में सरकारी स्कूलों में लगभग 4.5 लाख शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें से करीब 3.9 लाख अभी तक TET उत्तीर्ण नहीं कर पाए हैं। यदि यह शर्त तत्काल लागू होती है तो लाखों बच्चों की पढ़ाई बाधित होगी और पूरी शिक्षा व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। सरकार का तर्क है कि यह स्थिति शिक्षा का अधिकार अधिनियम के उद्देश्य को भी प्रभावित कर सकती है। पुराने शिक्षकों पर अनिवार्यता अनुचित? याचिका में कहा गया है कि पहले से नियुक्त शिक्षकों को अचानक परीक्षा की बाध्यता में लाना उचित नहीं है। इसके स्थान पर इन-सर्विस ट्रेनिंग, डिप्लोमा कोर्स या रिफ्रेशर प्रोग्राम जैसे विकल्प उपलब्ध कराए जा सकते हैं। इससे शिक्षक...

टीईटी अनिवार्यता पर सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार का अनुरोध, शिक्षकों को राहत की उम्मीद

चित्र
 नई दिल्ली। अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने सुप्रीम कोर्ट से शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) की अनिवार्यता को लेकर पुनर्विचार की गुहार लगाई है। संगठन का कहना है कि जिन शिक्षकों की नियुक्ति 23 अगस्त 2010 से पहले हुई थी, उनके लिए नई अनिवार्यता लागू नहीं होनी चाहिए।                   शिक्षक संघ का तर्क है कि RTE कानून लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को बिना TET के भी मान्यता मिली थी। ऐसे में उन्हें नई शर्तों से बाहर रखा जाए। याचिका में कहा गया कि 23 अगस्त 2010 से पहले नियुक्त शिक्षकों की संख्या लाखों में है और वे वर्षों से सेवा दे रहे हैं। यदि उन पर TET की अनिवार्यता थोप दी जाती है तो उनके जीवनयापन और अधिकार प्रभावित होंगे। संगठन ने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाए और पुराने नियुक्त शिक्षकों को राहत दी जाए। Source- jagran dainik akhbar 

उत्तर प्रदेश: अब शिक्षामित्रों और अंशकालिक अनुदेशकों को भी मिलेगा 6 माह का प्रसूति अवकाश

चित्र
 उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षामित्रों और अंशकालिक अनुदेशकों के हित में एक अहम निर्णय लिया है। अब राज्य में कार्यरत महिला शिक्षामित्रों और अंशकालिक अनुदेशकों को भी 6 माह (180 दिन) का प्रसूति अवकाश उपलब्ध कराया जाएगा। इससे पहले यह सुविधा केवल नियमित महिला शिक्षकों तक सीमित थी। लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी आदेश के बाद अब बड़ी संख्या में शिक्षिकाओं को लाभ मिलेगा। निर्णय के अनुसार, प्रसूति अवकाश के दौरान पात्र शिक्षिकाओं को भत्ते का भुगतान भी किया जाएगा। सरकार का मानना है कि इससे महिला कर्मियों को परिवार और कार्य के बीच संतुलन बनाने में मदद मिलेगी।               राज्यभर की शिक्षिकाओं में इस फैसले को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी पहल है।

2 अक्टूबर को जिले के स्कूलों में अवकाश नहीं, ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ कार्यक्रम होगा आयोजित

चित्र
2 अक्टूबर को जिले में अवकाश नहीं — "हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान" कार्यक्रम होगा TQ 2 अक्टूबर को जिले में अवकाश नहीं — "हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान" कार्यक्रम आयोजित चंदौली • प्रकाशित: 29 सितंबर, 2025 • स्रोत: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (आदेश पत्र) चंदौली: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, चंदौली द्वारा जारी निर्देश के अनुसार गांधी जयंती (2 अक्टूबर, 2025) के दिन जिले के सभी प्राइमरी/हायर प्राइमरी/कंपोजिट विद्यालयों में अवकाश नहीं रखा जाएगा। इस दिन विद्यालयों में 'हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान' विषयक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। आदेश में उल्लेख किया गया है कि कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रार्थना सभा, संविधान के उपबंध, संविधान निर्माण प्रक्रिया, मौलिक अधिकार/कर्तव्य, तथा संविधान में किये गये नवीन संशोधनों पर चर्चा की जाए। साथ ही छात्रों के बीच प्रतियोगिताएँ जैसे निबंध लेखन, वाद-विवाद, पोस्टर निर्माण एवं खेलकूद कार्यक्रम आ...

DA Hike 2025: जुलाई से प्रभावी 3% डीए बढ़ोतरी, दिवाली पर मिलेगा बकाया

चित्र
  दिवाली से पहले कर्मचारियों व पेंशनर्स को 3% डीए बढ़ोतरी दिवाली से पहले कर्मचारियों व पेंशनर्स को 3% डीए बढ़ोतरी त्योहारों से पहले केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को बड़ी राहत दी है। कैबिनेट ने महंगाई भत्ता (DA) में 3% वृद्धि को मंजूरी दे दी है। इसके बाद डीए 55% से बढ़कर 58% हो गया है। कब से लागू होगी बढ़ोतरी? यह संशोधन 1 जुलाई 2025 से प्रभावी माना जाएगा। जुलाई, अगस्त और सितंबर का बकाया अक्टूबर की सैलरी के साथ मिलेगा। वेतन में कितना इजाफा होगा? यह केवल अनुमान है, वास्तविक राशि आपके वेतन पर निर्भर करेगी। बेसिक वेतन (₹) मासिक अतिरिक्त (₹) 3 महीने का बकाया (₹) 30,000 900 2,700 40,000 1,200 3,600 कितने लोगों को फायदा? इस फैसले का लाभ लगभग 48 लाख केंद्रीय कर्मचारी और करीब 68 लाख पेंशनर्स/परिवार पेंशनर्स को मिलेगा। डीए तय कैसे होता है? डीए बढ़ोतरी का आधार CPI-IW (Consumer Price Index for Industrial Workers) होता है। इसमे...

82 विद्यालयों का Unpair, आदेश हुआ जारी

चित्र
 रायबरेली: 82 विद्यालयों का हुआ Unpairing, जारी हुआ आदेश रायबरेली ज़िले में विद्यालयों के पुनर्गठन और संसाधनों के संतुलन को ध्यान में रखते हुए 82 विद्यालयों को Unpair (अलग) किया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार अब ये विद्यालय स्वतंत्र रूप से संचालित होंगे। जारी आदेश में कहा गया है कि विद्यालयों में उपलब्ध संसाधनों की भौगोलिक स्थिति, पहुँच, समायोजन, नामांकन व शैक्षिक वातावरण को देखते हुए pairing/unpairing की कार्यवाही की गई है। किन-किन विद्यालयों को किया गया unpair? सूची में विभिन्न विकासखंडों जैसे – सलोन, ऊँचाहार, शिवगढ़, सरेनी, बछरावां, अमांवां, लालगंज, महाराजगंज आदि के विद्यालय शामिल हैं। इनमें से कई विद्यालय पहले कॉम्पोज़िट या अन्य विद्यालयों से जोड़े गए थे, जिन्हें अब अलग कर दिया गया है।             

एक और जनपद में स्थानांतरण के बाद बने एकल विद्यालयों में शिक्षक वापस भेजे गए

चित्र
  बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से नया आदेश जारी किया गया है। हाल ही में हुए स्थानांतरण के बाद कुछ विद्यालय एकल हो गए थे। ऐसे विद्यालयों को देखते हुए 7 शिक्षकों को पुनः उनके मूल विद्यालय पर वापस भेजने का निर्णय लिया गया है। आदेश में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी शिक्षक तत्काल अपने मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करें और इसकी सूचना कार्यालय को उपलब्ध कराएं।